Benefits of haldi in Hindi
इस हल्दी में बड़े-बड़े गुण
हल्दी की पीली गांठ कमाल के गुणों को समेटे होती है। गुणकारी हल्दी हमारी रसोई की शान है, भारत सहित अनेक देशों में हल्दी सब्जियों का जायका और रंगत बढ़ाने के लिए जितनी उपयोग में ली जाती हैं, उससे कहीं अधिक हल्दी औषधीय गुणों के कारण इस्तेमाल की जाती है। सभी शुभ अवसरों पर भी हल्दी का बहुत महत्व है। आइए जानते हैं कि चमत्कारी गुणों की खान समझी जाने वाली हल्दी के सेवन के क्या फायदे हैं।
Magical Milk
मैजिक मिल्क
भारत सहित कई देशों में माएं अपने बच्चों को दूध Milk में हल्दी मिला कर पिलाती हैं। हल्दी एंटीसेप्टिक Antiseptic और एंटी बायोटिक Antibiotic गुणों से भरपूर होती है और दूध कैल्शियम Calcium का अच्छा स्रोत है, इसलिए दोनों साथ मिलाकर बनाया गया हल्दी वाला दूध यानी मैजिक मिल्क अत्यंत गुणकारी होता है। इसमें एंटी इन्फ्लेमेटरी Anti Inflammatory और कैंसर रोधी Anti Carcinogenic गुण पाए जाते हैं। कई जगह इसके जादुई स्वास्थ्यवर्धक गुणों health benefits के कारण मैजिक मिल्क या गोल्डन मिल्क भी कहा जाता है।
Benefits of Turmeric Milk
हल्दी के दूध के फायदे
- एंटी सेप्टिक व एंटी बैक्टीरियल Anti Bacterial गुणों के कारण शरीर के किसी भी हिस्से में चोट लगने पर हल्दी वाला दूध बीमारी वाले बैक्टीरिया को नहीं पनपने देता है, जिससे चोट जल्दी ठीक होती है।
- एनल्जेसिक यानी दर्द निवारक गुणों के कारण हल्दी को दूध में मिलाकर पीने से शरीर के जोड़ मजबूत रहते हैं और इससे गठिया-बाय यानी आर्थराइटिस, हाथ-पैरों में जकड़न, हड्डियों के दर्द में राहत मिलती है। साथ ही, यह जोड़ों और मांसपेशियों को मजबूत बनाता है।
- हल्दी वाला दूध पेट का अल्सर, डायरिया, अपच, कोलाइटिस, बवासीर और पेट से जुड़ी तकलीफों को दूर करता है। साथ ही आंतों को स्वस्थ रखते हुए पाचन तंत्र दुरुस्त रहता है।
- मेटाबॉलिज्म को ठीक करता है, जिससे शरीर में रसों की निर्माण प्रक्रिया ठीक होती है और वजन काबू में रहता है।
- तंत्रिका तंत्र की गड़बड़ियों को रोकने में मददगार है। हल्दी का दूध पीने से बुद्धि बढ़ती है और याद्दाश्त तेज होती है।
- हल्दी मिले गर्म दूध के सेवन से शरीर में गर्मी का संचार होता है, ऐसा इसके माइक्रो एंटी बैक्टीरियल गुणों के कारण होता है। इससे दमा, साइनस, ब्रोंकाइटिस, फेंफड़ों में होने वाली जकड़न एवं कफ से राहत मिलती है जिससे सांस लेने में दिक्कत होती है।
- हल्दी वाला दूध वायरल संक्रमणों से भी बचाता है।
- हल्दी वाला दूध पीने से त्वचा में कुदरती निखार आता है और कील-मुंहासे, इन्फेक्शन, खुजली को खत्म कर त्वचा को स्वस्थ व चमकदार बनाता है।
- हाई कोलेस्ट्रॉल लेवल High Cholesterol और हाई ट्राइग्लिसराइड्स High Triglyceride से धमनियों में रुकावट आने और दिल के दौरे की आशंका बढ़ जाती है। हल्दी मिला दूध पीने से शरीर में कोलेस्ट्रॉल और ट्राइग्लिसराइड्स नियंत्रण में रहते हैं।
- हल्दी मिला दूध ब्लड प्रेशर को रेगुलेट करने के साथ ही अन्य बीमारियों के इलाज में भी लाभदायक होता है। हल्दी में Curcumin करक्यूमिन पाया जाता है, जो बेहतरीन किस्म का एंटी ऑक्सिडेंट है।
Turmeric curry
हल्दी की सब्जी
कच्ची हल्दी सर्दी के मौसम में सब्जी मंडी में आसानी से उपलब्ध हो जाती है। हल्दी की स्वादिष्ट सब्जी बनाने के लिए कच्ची हल्दी को अच्छी तरीके से धो कद्दू कस में कस लें। स्वाद अनुसार सब्जियों व मसलों का मिश्रण कर लें और अच्छे से घी में पकाने के बाद इसे संतुलित मात्रा में सेवन करने से शरीर में ताकत बनी रहती है।
Use of Black Turmeric
काली हल्दी का उपयोग
काली हल्दी का इस्तेमाल तो आयुर्वेद के साथ-साथ ज्योतिष में भी किया जाता रहा है। काली हल्दी का चूर्ण बनाकर यदि इसे दूध में मिलाकर चेहरे पर लेप किया जाए तो इससे सौंदर्य में निखार आता है।
Loss of Turmeric ( Haldi)
हल्दी के नुकसान
हल्दी में यूं तो प्रचुर मात्रा में औषधीय गुण होते हैं लेकिन इसकी तासीर गर्म होती है। इसलिए इसे सर्दी के मौसम में अधिक उपयोग लिया जाता है। इसका सेवन अधिक मात्रा में करने से ये शरीर के लिए कभी-कभी नुकसानदेह भी हो सकती है।
लीवर की तकलीफ में- यदि आपके लीवर में कोई समस्या है या enlarged liver लीवर बढ़ा हुआ है तो हल्दी का प्रयोग नहीं करना चाहिए क्योंकि हल्दी में मौजूद तत्वों से लीवर की समस्या और बढ़ने की आशंका बनी रहती है।
खून की कमी- रक्त अल्पता यानी एनीमिया की शिकायत वाले व्यक्तियों को हल्दी का सेवन कम मात्रा में करना चाहिए।
एलर्जी होने पर- जो लोग मसालों की एलर्जी से परेशान हैं, उन्हें हल्दी का सेवन बंद कर देना चाहिए क्योंकि इसके इस्तेमाल से एलर्जी की समस्या और भी बढ़ सकती है।
पथरी होने पर- हल्दी का अधिक प्रयोग करने से पथरी Stone की समस्या होने की आशंका बनी रहती है, इसलिए जिन लोगों को किडनी और गाल ब्लेडर में पथरी की शिकायत हो, उन्हें हल्दी का सेवन कम मात्रा में करना चाहिए। हल्दी गैस कारक भी है।
गर्भावस्था के दौरान- प्रायः देखा गया है कि प्रेगनेंट महिलाएं दूध में हल्दी मिलाकर पीती हैं ताकि बच्चा सुंदर व हृष्ट-पुष्ट पैदा हो। लेकिन हल्दी की गर्म तासीर के कारण इसकी अधिकता से गर्भाशय सिकुड़ने और गर्भाशय में ऐंठन होने की भी संभावना बनी रहती है।
इनफर्टिलिटी की समस्या- हल्दी का जरूरत से ज्यादा सेवन करने से इनफर्टिलिटी Infertility की समस्या भी हो सकती है। हल्दी के कारण मुख्यतः पुरुषों में यह समस्या होने का अंदेशा ज्यादा रहता है। इसलिए इनफर्टिलिटी का ट्रीटमेंट करवा रहे लोग हल्दी का सीमित मात्रा में ही सेवन करें।
सर्जरी के तुरंत बाद- अगर आपने हाल में ही सर्जरी करवाई है तो हल्दी का सेवन कुछ दिनों के लिए सीमित कर दें क्योंकि हल्दी के अधिक सेवन से शरीर में खून का थक्का जमने यानी ब्लड क्लॉटिंग की परेशानी खड़ी हो सकती है।
उल्टी व सिरदर्द में - भोजन में अधिक हल्दी का इस्तेमाल करने से उल्टी जैसी समस्याएं बढ़ सकती हैं। साथ ही, जिन लोगों के सिर में हमेशा दर्द रहता हो, उनके सिर दर्द की वजह अधिक हल्दी खाना भी हो सकता है। ये परेशानियां होने पर हल्दी का सेवन सीमित करें।
Turmeric and Honey
हल्दी और शहद
हल्दी और शहद Honey का मिश्रण प्राचीन काल से ही औषधि के रूप में काम लिया जाता है। हल्दी शहद के मिश्रण को मौसमी बीमारियों जैसे सर्दी -जुकाम में घरेलू नुस्खे के रूप में भी काम लिया जाता है। साथ ही, इस शहद के साथ हल्दी का मिश्रण सुंदरता बढ़ाने के काम भी आता है।
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