What are the benefits of eating mushrooms in hindi?
What are the benefits of eating white mushrooms?
मशरूम को अब भारत में तेजी से लोकप्रियता मिल रही है और अब यह भारतीयों के दैनिक आहार में शामिल हो गया है. मशरूम के लोकप्रिय होने की बड़ी वजह इसके नायाब स्वाद के साथ ही इसके पौष्टिक होना भी है. इसमें हाई प्रोटीन होता है और कार्बोहाइड्रेट और वसा बहुत कम होती है. आइए जानते है मशरूम के फायदे के बारे में—
क्यों मशरूम इतने पौष्टिक होता हैं?Why are mushrooms so healthy?
मशरूम की कई किस्में आपके ब्लेडर सेलेनियम के लिए अच्छी स्रोत है. साथ ही सूरज की रोशनी के सम्पर्क में आने पर इनमें तेजी से विटामीन डी का निर्माण होता है. ओएस्टर मशरूम Oyster mushrooms को आयरन का अच्छा स्रोत माना जाता है। मशरूम के साथ अच्छी बात यह होती है कि यह हाई प्रोटीन और लो कैलोरी वाले होते हैं। साथ ही इनमें प्रचूर मात्रा में कॉपर copper, पोटेशियम potassium और सेलेनियम selenium भी मिलता है। साथ ही इसके कई किस्मों में फॉस्फोरस phosphorus, जिंक zinc, नियासिन niacin और पेंटोथेनिक एसिड pantothenic acid भी होता है.
क्या मशरूम खाने से वजन कम होता है?Are mushrooms good for weight loss?
जैसा की पहले बताया गया है कि मशरूम में बहुत कम कैलोरी होता है और ज्यादा प्रोटीन होता है. ऐसे में हाई प्रोटीन डाइट के तौर पर इसका बहुत उपयोग होता है. यही कारण है कि मशरूम को वेट लॉस weight loss के डाटइ प्लान का हिस्सा बनाया जाता है. मशरूम में फेनफेयर पाया जाता है जो वेट लॉस एजेंट की तरह काम करता है. बहुत सेलिब्रिटिज अपने वेट लॉस प्रोग्राम में मशरूम को अहम मानते हैं.
मशरूम में कौनसे विटामिन पाए जाते हैं?How nutritious are mushrooms?
मशरूम खनिज तत्वों के साथ मानव शरीर के लिए विटामिन्स का भी अच्छा स्रोत हैं. भरपूर विटामिन होने की वजह से नेचूरापैथी में भी इसे शरीर को शक्तिशाली बनाने के लिए प्रयोग में लाया जाता है. मशरूम में विटामीन सी Vitamin C, विटामीन डी Vitamin D, थाइमिन Thiamin, राइबोफ्लवीन Riboflavin, नियासीन Niacin और विटामीन बी6 Vitamin B6 भी पाया जाता है.
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क्या मशरूम से कैंसर का उपचार किया जाता है?Can mushrooms cure cancer?
पूरी दुनिया में खास तरह से उगाए गए मेडिशिनल मशरूम और मशरूम एक्सट्रेक्ट को कैंसर से लड़ने के लिए उपयोग में लिया जाता है. इसमी मदद से शरीर के इम्यून सिस्टम को बेहतर बनाया जाता है ताकि वह बीमारी से लड़कर शरीर को रोगमुक्त रख सके. एशिया के कई हिस्सो में लेटिन्यूला इडोडेस या शीटेक Lentinula edodes (shiitake), ग्रीफोला फ्रोंडोसा या मेइटेक Grifola frondosa (maitake), गेनडर्मा ल्यूसिडियम या मैनिनटेक Ganoderma lucidum (mannentake)और क्राइडोसेप्स Cordyceps जैसे मशरूम का उपयोग कैंसर की दवा के रूप में किये जाने का इतिहास मिलता है।
क्या मशरूम को पकाने पर उसके पौष्टिक तत्व नष्ट हो जाते हैं?Do mushrooms lose their nutritional value when cooked?
मशरूम पकाने पर उसके अंदर के पौष्टिक तत्व निश्चित रूप से कम हो जाते हैं. एक आंकलन के अनुसार एक कप बिना पका मशरूम, दो कप पके हुए मशरूम के बराबर होता है. पकाने के दौरान दरअसल पानी का प्रयोग किया जाता है और इस प्रक्रिया में पानी में घुलनशील विटामीन पानी के साथ धुल जाते हैं.
क्या कच्चे मशरूम खाना सुरक्षित है?Is eating raw mushrooms OK?
एक्सपर्ट यह सलाह देते हैं कि पौष्टिक तत्व नष्ट होने के बावजूद भी कच्चे मशरूम खाने से बचना चाहिए. कई लोग अपने सलाद में कच्चे मशरूम का बहुत उपयोग करते हैं. दरअसल मशरूम एक मोटी सैल वॉल होती है जो पकाने के दौरान टूट जाती है और उसमें अगर कोई नुकसान पहुंचाने वाला तत्व होता है तो वह नष्ट हो जाता है. इस पर भोजन विशेषज्ञ डॉक्टर एन्ड्रयू वेल का कहना है कि एक आम आदमी के लिए जिसकी दिनचर्या साधारण है, कच्चे मशरूम को पचा पाना नामुमकीन होता है, इसलिए उसे पका कर खाना ज्यादा हेल्दी और सुरक्षित है.
कैसे पता लगाया जा सकता है कि कोई मशरूम जहरीला है या नहीं?How can you tell if a mushroom is poisonous or not?
सफेद गिल्स वाले मशरूम को उपयोग में न ले, मशरूम के स्टेम पर कोई रिंग बनी हुई है तो उसे भी उपयोग में लेने से बचे. दरअसल एमीनाटा फेमिली मशरूम की यह खास पहचान होती है जो जहरीले होते हैं. हो सकता है कि इसकी वजह से आप अच्छे मशरूम को भी जहरीला मान कर छोड़ दे लेकिन जहरीले मशरूम को खाने से यह ज्यादा अच्छा आॅप्शन है. लाल रंग के मशरूम को भी सावधानी से इस्तेमाल किया जाना चाहिए क्योंकि चटक रंग जहरीला होने की निशानी होती है, वैसे यह ज्यादा अच्छा है कि आप किसी स्टोर से ही इन्हें खरीदे, बजाय खुद किसी जंगल या आस—पास से इकट्ठा करने के.
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